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संदर्भ विशेष

अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस: गरीबी एक वैश्विक अभिशाप

Poverty Eradication day

गरीबी का दायरा सिर्फ स्थायी आजीविका सुनिश्चित करने के लिए आय और संसाधनों की कमी होना ही नहीं है, बल्कि उससे कहीं ज्यादा व्यापक है। इसमें भूख और कुपोषण, शिक्षा और बुनियादी सेवाओं तक सीमित पहुंच, सामाजिक भेदभाव और बहिष्कार के साथ ही निर्णय लेने की भागीदारी से वंचित होना भी शामिल है। दुनिया के अरबों लोग इन सुविधाओं और अधिकारों से वंचित है और गरीबी में जीवन जीने को अभिशप्त हैं। साल 2015 में दुनियाभर में 736 मिलियन लोग यानी 73 करोड़ 60 लाख से ज्यादा लोग अंतर्राष्ट्रीय गरीबी रेखा से नीचे रहते थे। यानी विश्व की कुल आबादी की करीब 10 फीसदी जनसंख्या अत्यधिक अत्यधिक गरीबी में जी रही थी और स्वास्थ्य, शिक्षा, पानी और स्वच्छता जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए जद्दोजहद कर रही थी।

विश्व खाद्य दिवस: चुनौतियां और संभावनाएं

Global HUnger

भोजन को हर व्यक्ति का मौलिक और बुनियादी अधिकार मानते हुए संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाता है। इसका उद्देश्य भुखमरी से पीड़ित लोगों को जागरूक करना और हर व्यक्ति को भूख से बचाना है। यह संगठन बदलती टेक्नोलॉजी के साथ कृषि, पर्यावरण, पोषक तत्व और खाद्य सुरक्षा के बारे में जानकारी देता है और वैश्विक स्तर पर लोगों को जागरूक करता है। ताकि पूरी दुनिया में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता बढ़ाई जा सके और कुपोषण को रोका जा सके।

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस: बालिकाओं का अधिकार, बेहतर भविष्य का निर्माण

International Girl Child Day

दुनिया में 10 साल से 18 साल के बीच की किशोर लड़कियों की कुल आबादी 1.1 बिलियन (एक अरब 10 करोड़) से ज्यादा है। इन किशोर लड़कियों में भविष्य की तमाम चुनौतियों का सामना करने और आगे बढ़ने की सक्षमता है। अगर इन किशोरियों को उनका अधिकार और अवसर की सुविधा मुहैया कराई जाए तो वे विश्व को एक सुरक्षित, समृद्ध और स्वस्थ वातावरण देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं... लेकिन बाल विवाह, शिक्षा में असमानता, लैंगिक भेदभाव, हिंसा, उचित पोषण की कमी, स्वस्थ वातावरण और स्वास्थ्य देखभाल में भेदभाव जैसी गंभीर चुनौतियां लड़कियों के विकास के मार्ग में एक बड़ा रोड़ा बना हुआ है।

महात्मा जिनके अनोखे प्रयोग ने ब्रिटिश सत्ता को उखाड़ फेंका

Gandhi ji and Charkha

गांधी ने जहां राष्ट्रीय आंदोलन ने एक नई दिशा दी और आजादी के लिए जनता के दिलों में ललक जगाई, वही अपनी कुशल नेतृत्व और रणनीति से अंग्रेजों को भ्रमित, क्रुद्ध और विभाजित कर उन्हें देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया। रोम्यां रोलां ने गांधी का चरित्र-चित्रण करते हुए कहा कि ‘महात्मा गांधी एक के बाद एक क्रियागत प्रयोग करते जाते हैं जिसके साथ उनका चिंतन निश्चित दिशा में ढलता जाता है और वे सीधी लीक पर आगे बढ़ते रहे हैं लेकिन कभी रुकते नहीं है’। रोम्यां रोलां ने लिखा है कि ‘महात्मा गांधी वे मानव थे जिन्होंने तीस करोड़ जनता को विद्रोह करने के लिए आंदोलित किया, जिन्होंने अंग्रेजी साम्राज्य की नींव हिला दी और जिन्होंने मानव-राजनीति में पिछले दो सौ सालों के सर्वाधिक शक्तिमान धार्मिक संवेग का समावेश किया’।

महात्मा गांधी और सत्याग्रह: प्रतिरोध का अनोखा तरीका

Gandhi ji  in march

सत्याग्रह का विचार या यू कहें कि इस शब्द की उत्पत्ति दक्षिण अफ्रीका में गांधीजी द्वारा गोरी सरकार के रंगभेदी नीतियों के खिलाफ किए गए संघर्षों के दौरान हुई। दरअसल, 1906 में तत्कालीन अफ्रीकी सरकार ने एक अध्यादेश निकाला जिसके मुताबिक एशियाई लोगों के पहचान पत्र में उंगलियों की छाप को अनिवार्य बना दिया गया था। तब जोहान्सबर्ग में रह रहे भारतीयों ने इसे अपना अपमान समझा और इस अपमानजन भेदभाव का मजबूती से विरोध करने के लिए सितंबर 1906 में जोहान्सबर्ग में इकट्ठा हुए। गांधी जी के मन में सत्याग्रह का विचार पहली बार यहीं पनपा।

क्यों ज़रूरी है क्वाड और कैसे लगाएगा चीन की विस्तारवादी नीति पर लगाम?

Merchant ship in Indo Pacific sea

आर्थिक और रणनीतिक रूप से इतने महत्वपूर्ण क्षेत्र की यथास्थिति को बदलने के लिए चीन पिछले एक दशक से ज्यादा समय से प्रत्यनशील है और यह बात अमेरिका समेत क्वाड के सभी देशों के लिए चिंता का सबब है। इसके साथ ही चीन जिस तरह से लगातार लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन कर रह है उसने भी क्वाड देशों की चिंता बढ़ाई है। क्वाड के प्रत्येक सदस्य को लगता है कि दक्षिण चीन सागर में चीन जिस तरह से पैर पसार रहा है और वन बेल्ट वन रोड प्रोजेक्ट जैसी पहलों के जरिए अपने प्रभाव क्षेत्र का विस्तार करने की कोशिश कर रहा है उससे उनके लिए खतरा बढ़ रहा है।

क्वाड: कैसा रहा अब तक का सफ़र और क्या रही उपलब्धियां?

Quad Countries Flag

क्वाड आधिकारिक तौर पर क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग है जिसके सदस्य भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया हैं। इसका मकसद इन चारों देशों के समुद्री सीमाओं के हितों का ध्यान रखना, जलवायु परिवर्तन पर काम करना, कोविड-19 महामारी से लड़ना और नवाचार को बढ़ाना है। इसके साथ ही दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती ताकत का मुकाबला करना भी इसका प्रमुख उद्देश्य है।

क्वाड शिखर सम्मेलन-2021: बेहतर विश्व का निर्माण और वैश्विक चुनौतियों से निपटने का सशक्त मंच

QUAD first in person

बदलते वैश्विक परिवेश में क्वाड शिखर सम्मेलन के संयुक्त बयान से साफ है कि इन देशों के पास हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रवैये के खिलाफ एक व्यापक और ठोस एजेंडा है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र को अपना साझा भविष्य बताते हुए इस पूरे क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाने के साथ ही शांति और समृद्धि के जिस रास्ते पर चलने का वादा इन देशों ने किया है वह चीन के मौजूदा रवैये से पूरी तरह से अलग है।

अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस 2021: महत्व और जरूरत

International day of democracy

दुनिया में किसी भी देश में शासन व्यवस्था को चलाने के सबसे लोकप्रिय रूपों में से एक है लोकतंत्र... जहां समाज के अंतीम छोर पर बैठा व्यक्ति भी अपने मत और अधिकार का इस्तेमाल कर देश में सुशासन और लोकतांत्रिक सरकार के गठन में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह वह व्यवस्था है जो अपने राज्य के हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के उनके सभी अधिकारों को सुनिश्चित करता है और राज्य के विकास में उनके सक्रिय भागीदारी को लगातार बढ़ावा देता है। लोकतंत्र के इस बुनियाद को ज्यादा से ज्यादा मजबूत बनाने के लिए हर साल 15 सितंबर को अतंर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस 2021: महत्व और जरूरत

International day of democracy

दुनिया में किसी भी देश में शासन व्यवस्था को चलाने के सबसे लोकप्रिय रूपों में से एक है लोकतंत्र... जहां समाज के अंतीम छोर पर बैठा व्यक्ति भी अपने मत और अधिकार का इस्तेमाल कर देश में सुशासन और लोकतांत्रिक सरकार के गठन में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह वह व्यवस्था है जो अपने राज्य के हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव के उनके सभी अधिकारों को सुनिश्चित करता है और राज्य के विकास में उनके सक्रिय भागीदारी को लगातार बढ़ावा देता है। लोकतंत्र के इस बुनियाद को ज्यादा से ज्यादा मजबूत बनाने के लिए हर साल 15 सितंबर को अतंर्राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस मनाया जाता है।